सोमवार, 22 नवंबर 2010

हंसिये भाई... कोई पईसा नहीं लगता ही ही..... :-देव

आज मन हुआ कुछ हंसी... और गुदगुदी वाली बात की जाए....

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एक ग्राहक ने मिठाई की दूकान पर मिठाई वाले के लड़के से पूछा - "तुम्हारी दूकान पर इतनी सारी मिठाइयाँ हैं, खाने को मन नहीं करता ?"

लड़का - "मन तो बहुत करता है लेकिन पापा मारेंगे इसलिए सिर्फ चाटकर रख देता हूँ ..... !!!"

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कुछ लड़के एक तालाब में, जहां बिना अनुमति के मछलियां पकड़ने पर प्रतिबंध था, अपना जाल डाले बैठे थे। अचानक एक पुलिसवाला जो उस तालाब की पहरेदारी पर था, आ गया। सिपाही को देखकर एक लड़का सरपट जंगल की ओर भागने लगा। सिपाही उसे पकड़ने के लिये उसके पीछे भागा। लगभग आधा मील दौड़ने के बाद लड़का रुक गया और सिपाही ने उसे पकड़ लिया ।
''चल बेटा, मछली पकड़ने का लायसेंस दिखा !'' - सिपाही ने कहा ।
लड़के ने पीछे की जेब से अपना बटुआ निकाला और लायसेंस निकालकर सिपाही को दिखाया। अब सिपाही को और भी गुस्सा आ गया ।
''जब तेरे पास लायसेंस था तो तू भागा क्यों और खामखां मुझे यहां तक क्यों दौड़ाया ?''
''मेरे पास तो लायसेंस था लेकिन मेरे साथ जो और लड़के थे उनमें से किसी के भी पास लायसेंस नहीं था।'' लड़के ने मासूमियत से जवाब दिया।


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कहिए कैसी कही...........



:-देव

8 टिप्‍पणियां:

Anjana Dayal de Prewitt (Gudia) ने कहा…

:-)

विवेक रस्तोगी ने कहा…

बहुत सही

संजय भास्‍कर ने कहा…

वाह देव बाबु क्या बात कही है हंसिये भाई... कोई पईसा नहीं लगता ही ही.

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

बहुत सही।

आपका अख्तर खान अकेला ने कहा…

bhaayi is zmaane men hnsi beshqiqmti chiz he jo apne muft men tohfa dekr hmen maalaamal kr diya he . akhtar khan akela kota rajsthan

शिवम् मिश्रा ने कहा…

लगे रहो भईया .... ;-)

Unknown ने कहा…

bahut sunder.

Indranil Bhattacharjee ........."सैल" ने कहा…

वाह क्या बलिदान है !