आज की पोस्ट डेडीकेट कर रहा हूँ यस सर यस सर करने वालों को..... वैसे पुराना किस्सा है शायद आपमें से कईयों ने सुना भी होगा..... बोले तो यस सर..... या नो सर..... यस सर तो भी कोई नहीं और नो सर तो फिर सुन लो भैया.....
फ़ौज के एक ऊँचे अफसर की पत्नी ने घुड-सवारी करने की इच्छा जताई और फिर बेचारी की इच्छा का यस सर हो गया.... कैसे? लो सुनों ऐसे....
अब साहब बड़े साहब ने अपने डिप्टी को बुलाया और बोले.... सुबह सात बजे घोडा चाहिए..... डिप्टी बोला यस सर....
डिप्टी नें अपनें डिप्टी को बुलाया.... और बोला.... सुबह छ बजे तक घोडा चाहिए... वह भी बोला यस सर...
फ़िर उसनें भी अपनें डिप्टी को बुलाया और बोला..... पांच बजे घोडा चाहिए..... उसनें भी बोला यस सर
होते होते..... घोडे के मालिक नें रात के नौ बजे घोडा ला के खडा कर दिया..... पूरी रात घोडा.... हैण्ड-ओवर प्रोसेस से गुज़रा और सुबह सात बजे जब घोडे पर सवारी हुई तो फ़िर घोडा पूरी रात के सरकारी झमेलें में फ़ंसा हुआ.... ना खाया और ना सोया..... एक ही बार में ढेर हो गया...... फ़िर जब अफ़सर ने बोला की यह क्या हुआ..... तो जवाब आया..... यस सर.....
सो साहब यस सर हो गया......
वैसे हम और आप अपनी ज़िन्दगी में किसके लिए काम करते हैं यह सोच लो...... यस सर करने वालों में कहीं आप भी तो नहीं हो...? सोच लो और फिर उत्तर दो....
-देव
14 टिप्पणियां:
"मज़ा आ गया सर....."
नीक लागल देव जी अहाँक "यस सर"। रोचक।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
यस सर
सोच कर जबाब देता हूँ..तब तक के लिए: यस सर!
yes sir....:D:D:D
@ यस सर करने वालों में कहीं आप भी तो नहीं हो...?
yes sir! यस सर!!
yes boss....
zara NO SIR bol kar dekhiye ...
:-)
मैनेजर को नो सर कह देना... :-) फ़िर देखना कैसी दिवाली मनती है
खी... खी...
देव बाबू की जय
हा हा हा हा हा हा हा हा...सोनल जी सही कह रही हैं..... मज़ा गया इस पोस्ट में.....
बहुत खूब सर जी ! आज तो सब यही कहेगे
" यस सर "|
आईये जानें .... मैं कौन हूं!
आचार्य जी
No sir :)
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