दो दीवानें शहर में.... रात में और दोपहर में..... आबोदाना ढूंढते हैं... एक आशियाना ढूंढते हैं.... इन भूलभुलईया गलियों में अपना भी कोई घर होगा.... देखते हैं कैसे क्या होगा...
देव बाबा नवी मुम्बई के कोपरखैरने में रहते हैं, रविवार की रात जब हम रात को वापस आये तो क्या देखते हैं की बेडरूम का फ़र्श कुछ इस प्रकार का रुप लिए हुए है....
फ़िर क्या था भाई... देव बाबा नें अपने मकान मालिक साहब को बुलाया और अगले दिन घर का कुछ अईसा रूप था...
तोडा ताडी और धूल-गर्दा से पूरा घर अस्त व्यस्त.... आफ़िस से छुट्टी लिये और घर ढूंढनें में लग गये..... मिलेगा भाई मिलेगा की तर्ज़ पर सारे एजेन्ट हमारी सेवा में लग गये.... अब साहब रियल इस्टेट एजेन्ट्स भी अज्जब बिरादरी है.... इधर हाल फ़िलहाल के अनुभव का कहूं तो मुम्बई का रियल इस्टेट मार्केट दुनियां
का सबसे विचित्र और सबसे अधिक उथल पुथल है... अकेले नवी मुम्बई में ६ हज़ार
से अधिक रियल इस्टेट एजेन्ट्स हैं, जो बिल्डर लाबी, नेताओ.... मंत्री सभी
के साथ मिलकर जनता का गला काटते हैं.... जी बिल्कुल.... इधर तीन चार दिनों
से मुम्बई और नवी मुम्बई के अजेन्ट्स ले साथ जो अनुभव मिला उसको सभी के साथ
बांटना मै अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी समझता हुं.... यदि आप कोई भी घर लेना
चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इन रियल इस्टेट एजेन्ट्स से मुलाकात करनी
होगी, जो आपको मीठी मीठी बातों में उलझाएगा और बडे बडे प्रोजेक्ट्स दिखा कर
आपको बरगलानें का पूरा प्रयास करेगा... यह प्राणी आपको ज़बरदस्ती की कमी का
रोना रोएगा और फ़िर आपको कहेगा की आज कल बडी मारामारी है इस जगह पर... आप
भाग्यशाली हो जो आपको इतना अच्छा फ़्लैट इतनें सस्ते में मिल रहा है...
आपनें अगर आनें में ज़रा भी देरी की होती तो फ़िर आपको मैं इतनी अच्छी चीज़
नही दे पाता...
बहरहाल इन्ही एजेण्ट्स की वजह से देव बाबा को कोपरखैरणे स्टेशन के पास एक ठिकाना मिल गया है..... देखते हैं.... हम प्यार के दो पंछियों को अपना ठिकाना कब मिलता है...... :-)
लेकिन फ़िलहाल के लिए तो ये गीत बांचिए..... आज कल की हमारी सिचुएशन पे फ़िट बैठता है......
फ़िलहाल के कार्यक्रम के अनुसार देव बाबा २८ को बसन्त पंचमी के दिन प्रस्थान करेंगे.... कोई शिफ़्टिंग कराने आ सकता है तो स्वागत है (:-P).... बाकी तो जै जै..
- देव बाबा
- २४ जनवरी २०१२
12 टिप्पणियां:
देखो भईया हमारा आना तो थोडा मुश्किल है ... हाँ हमारा पूरा समर्थन आप दोनों के साथ है ... जय हो !
बधाई हो ...
आते हैं, इंतजार करना, हमारे पहुंचे बिना शिफ़्ट न करना :))
शिवम भईया का बाहर से समर्थन.... :-)
धन्यवाद जी
हा हा, ललित दादा इंतज़ार करेंगे... :-)
धन्यवाद आपका..
:)
अग्रिम बधाईयाँ, शहर रास आयेगा..
बहुत खुबसूरत रचना अभिवयक्ति.........
बहुत सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति|
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें|
मुंबई में घर ढूँढने से मुश्किल काम :) कोई नहीं.... शुभकामनायें आपको
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