गुरुवार, 5 जनवरी 2012

दिल्ली ऑटो एक्सपो..... बजाज आर-ई-६०..... :-देव




दिल्ली ऑटो एक्सपो चालू हो चुका है... १५०० के लगभग कारें, कुछ कांसेप्ट कारें और कुछ नए वेरिंट्स.... मतलब बहुत कुछ.... मेरे पास निमंत्रण आया लेकिन दिल्ली की ठण्ड के कारण आने की हिम्मत नहीं हुई.... भाई क्या करेंगे.... मुंबई की आदत ने उत्तर भारत की ठण्ड सहन करने की शक्ति को बुरी तरह प्रभावित किया है... चलिए कोई बात नहीं......


इस ऑटो-एक्सपो में बजाज ने अपने रिक्शा में थोडा फेर-बदल करके कार का रूप दे दिया, और रिक्कार आ गयी, अब देखने में तो यह अच्चा लगता है की कम से कम टुक टुक रिक्शा की जगह कर मिलेगी... लेकिन क्या यह वाकई में ऐसी है ? आइये देखते हैं....केवल २०० सी सी की क्षमता, ३५ किलोमीटर प्रति लीटर की मायलेज... क्या कहते हैं? चलेगी.... अजी हिंदुस्तान में जब टाटा ने नैनो लौंच की तब लगा वाकई में यह खुशियों की चाबी बनेगी.... लेकिन नैनो की कीमत ने आम आदमी की कार को आम आदमी की पहुँच से दूर कर दिया.... २ लाख ४० हज़ार में नैनो का टाप एंड मॉडल... और ढाई लाख में आल्टो.... लोगो ने आल्टो को ही तरजीह दी... लेकिन बजाज आर-ई-६० के आने के बाद माहौल बदलेगा.... और कम्पीटीशन भी बढेगा, लेकिन कार बाज़ार में नहीं, मेरी समझ से प्रतिस्पर्धा बढेगी रिक्शा और टैक्सी सेगमेंट में... क्योंकि बजाज का टार्गेट मार्केट उसी सेगमेंट की और है....

लेकिन हर बात पर अड़बंगा लगाने वाले टैक्सी और रिक्शा यूनियन भी इस बात को कैसे पचाएंगे देखने वाली बात होगी.... हमारे टैक्सी सेगमेंट में चलने वाली टुक्कड़ फिएट और टुक टुक रिक्शा, इन दोनों को ही रिटायर करने का समय आ गया है...  शायद इन्ही दोनों में आने वाले कल का विकल्प मिले.....


ऑटो एक्सपो में नए लौंच और आने वाले कार बाज़ार की उथल पुथल को अपने आने वाली पोस्ट में पब्लिश करूँगा.... इंतज़ार कीजिये....



-देव

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