वैसे तो देव बाबा और मनीषा जी लगभग हर वीक एंड कहीं न कहीं निकल लेते हैं.... पिछले सप्ताह छुट्टी का दिन और फिर साल का अंत.... बस फिर क्या.... मौज करने का कोई न कोई बहाना तलाशने वाले हम दोनों घुमक्कड़ लोग निकल लिए..... पहले तो ऋषि गार्डेन रिसोर्ट, पनवेल में नए साल का स्वागत कुछ इस प्रकार से किया गया..... (वैसे आप लोगों नें इन चित्रों को फ़ेसबुक पर देखा होगा)... परन्तु उन्हे एक पोस्ट के रूप में देखिए.....
वैसे तो हम लोग शरीफ़ लोग हैं (शराफ़त हमारे चेहरे से टपकती है भाई).... लेकिन पेप्सी भी चढ सकती है.... यकीन ना आए तो फ़िर कुछ यूं देखिए....
नये साल पर हुई आतिशबाज़ी..... बहुत अच्छा समा बांध दिया था.....
वैसे तो हम लोग शरीफ़ लोग हैं (शराफ़त हमारे चेहरे से टपकती है भाई).... लेकिन पेप्सी भी चढ सकती है.... यकीन ना आए तो फ़िर कुछ यूं देखिए....
उसके बाद वीर जवानों की सेना बढी लोनावला पर कैम्प फ़ायर और नये साल के पहले सूर्योदय का स्वागत करने के लिए....
नए साल के प्रथम सूर्योदय को लोनावाला के टाइगर प्वाइंट पर सेलेब्रेट किया गया.... भाई हमारी आशा के विपरीत वहां पर सैकड़ो लोगों की भीड़ थी और एकदम पार्टी, हुडदंग का माहौल था.... लोग जश्न के मूड में थे और हम भी नए साल के स्वागत के इस पूरे कार्यक्रम से बहुत खुश थे..... अरे भाई देव बाबा ने पहली बार नाईट आउट मारा था भाई..... :-) खुश होने की बात तो थी ही न..... अब बारी थी घर वापस आने की और जल्दी से जल्दी घर पहुचने की.....
हमारा नया दोस्त..... इसका नाम है... जम्बो.... यकीं न आये तो नीचे देखिए....
२०१२ के स्वागत का कार्यक्रम बहुत अच्छा रहा.... वर्ष २०१२ की बहुत बहुत शुभकामनाएं.....
6 टिप्पणियां:
नया साल और जिंदादिल तस्वीरें .... बधाई और शुभकामनायें
थोड़ी गति कम रखें बस।
देख लो बेट्टा जी ... पाण्डेय जी भी वही बोले जो हम बोले थे ... वैसे आप को भी सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !
बहुत अच्छा|
आप को भी सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें
ई आखिर में मीटरवा उखड ही गया न ..ई त हम देखे थे फ़ेसबुक पे । ई करवा को हवाई जहाज बना के चलाते हैं हो ....अच्छा अच्छा ई ससुरा किगफ़िशर का हालत खराब चल रहा है इसलिए करवे को । बढियां है , छोटकी को हमारा आशीष दें ।
अजय भैया, करवा तो तो कार जैसे चलाते हैं... अब हमरे हाथ में आने के बाद तो हर कार हवाई जहाज बन जाता है :-) अरे टाटा नैनो को भी ९० पर भगा दिए थे, टाटा का बंदा परेशान हो गया..... हम ऐसे ही हैं.... :-)
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