शनिवार, 29 जनवरी 2011

भारतीय छात्रों के साथ अमानवीय व्यवहार!! भारत सरकार ध्यान दें.... :-देव


अमरीका में कैलिफोर्निया की ट्राई वैली यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे भारतीय छात्रों के साथ अमानवीय व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताई है।
भारत सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए अमरीकी अधिकारियों से ऎतराज जताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक अमरीका से कहा गया है कि इन विद्यार्थियों के शरीर पर लगाए गए उपकरण हटाए जाएं और उनसे उचित व्यवहार किया जाए। दरअसल, ट्राई वैली यूनिवर्सिटी को आव्रजन धोखाधड़ी के आरोपों के चलते बंद कर दिया गया है और भारतीय छात्रों को स्वदेश भेजा जा रहा है।

प्रशासन ने कई छात्रों से पूछताछ की है और उन्हें जीपीएस तकनीक से लैस रेडियो कॉलर पहनने को मजबूर किया ताकि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। आमतौर पर रेडियो कॉलर जंगली जानवरों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए उन्हें पहनाए जाते हैं। इन छात्रों में अधिकतर आंध्र प्रदेश के हैं। भारत सरकार ने रेडियो कॉलर लगाने की घटना को "अनुचित" बताते हुए इसे हटाने की मांग की है।

अब प्रश्न यह है की अमेरिकी प्रबंधन तंत्र अपने शिक्षण संस्थानों पर अंकुश लगानें में नाकाम है तो फ़िर छात्रों के साथ ऐसा अमानवीय व्यव्हार? क्यों?

जब से यह समाचार सुना है... मन थोडा खिन्न है... कुछ और लिखने का मन नहीं हो रहा है.... बस भारत सरकार कार्यवाही करे और भारतीय छात्रों की सकुशल वापसी सुनिश्चित करे....

जय हिन्द
देव कुमार झा

9 टिप्‍पणियां:

शिवम् मिश्रा ने कहा…

जब तक हमारी सरकार उनके सामने अपनी दुम दबाये रहेगी तब वो हम लोगो के साथ ऐसा ही करते रहेंगे !

जय हिंद !

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

पूर्णतया अमानवीय।

vandana gupta ने कहा…

आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (31/1/2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.uchcharan.com

रवि कुमार, रावतभाटा ने कहा…

आजकल बहुत इधर-उधर की हो रही है...

बेहतर बात...
वैसे वहां जाया ही क्यों जाए...

डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीति ने कहा…

बहुत दुखद और आमानवीय है.. पहले तो उन छात्रों को अपना भविष्य कैसा दीखता होगा जिन्होंने अपना बेहतरीन समय और पैसा वहाँ गँवा दिया ..तिस पर ये व्यवहार बर्दास्त से बाहर है |.. जल्दी ही छात्रों को पुनः स्थापित किया जाए|

डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीति ने कहा…

बहुत दुखद और आमानवीय है.. पहले तो उन छात्रों को अपना भविष्य कैसा दीखता होगा जिन्होंने अपना बेहतरीन समय और पैसा वहाँ गँवा दिया ..तिस पर ये व्यवहार बर्दास्त से बाहर है |.. जल्दी ही छात्रों को पुनः स्थापित किया जाए|

Patali-The-Village ने कहा…

पूर्णतया अमानवीय।

केवल राम ने कहा…

बहुत दुखद है यह सब ....

Surendra shukla" Bhramar"5 ने कहा…

देव कुमार झा जी सार्थक अभिव्यक्ति

इलेक्ट्रानिक्स सर्विलेंस पर रख छात्रों को अपमानित- प्रताड़ित करना कतई जायज नहीं था -करे कोई और मरे कोई और -जो भी हुआ था चिंतनीय था -धन्यवाद

अच्छा लगा आपके लेख छवियाँ सुन्दर ...जय हो

सुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर ५