मुम्बई ब्लागर्स मिलन:- जून १३, २०१०
स्थान:- जावा केफे, गोरेगांव पूर्व, मुम्बई
समय: प्रातः:९:३० बजे
देव बाबा सुबह सुबह अपनी आल्टो में सवार और फिर नौ बजे के ठीक पांच मिनट पहले स्थान पर प्रस्तुत.... तो भैया देव बाबु की पहली ब्लागर्स मीट थी और रविवार के दिन सुबह सुबह ९ बजे पैतीस किलोमीटर की दूरी पर पहुचना भी एक चैलेन्ज ही था.... मगर ब्लागर्स मीट को लेकर उत्साह बहुत अधिक था | सो समय से पहले पहुंचना बड़ी प्राथमिकता थी|
सबसे पहले मुलाकात हुई विवेक रस्तोगी जी, यकीन मानिए सौम्यता और सादगी से परिपूर्ण.... असाधारण व्यक्तित्व के धनी और बेहद सरल स्वभाव के विवेक जी से मिलकर बहुत प्रसन्नता हुई.... विवेक जी से मिलकर ब्लागर्स मीट से सम्बंधित मेरी बहुत सी उलझनों का निराकरण हुआ... शशि सिंह जी, जीतू भाई (जितेन्द्र चौधरी), अनिल रघुराज जी और अभय तिवारी जी के आने पर ब्लागर्स मीट का शुभारम्भ हुआ...
कुछ चित्र चाय की चुस्कियों के दौर के....
अनिल रघुराज जी और जीतू भाई
शशि भाई, जीतू भाई और विवेक भाई
अभय तिवारी जी और जीतू भाई
आज की ब्लागर्स मीट में चर्चा का विषय था :- हिंदी भाषा का विकास कैसे हो.
चर्चा के बिन्दुओ और ब्लागर्स मीट की विस्तृत रिपोर्ट विवेक रस्तोगी जी के ब्लाग पर... यहाँ क्लिक करिए. विवेक भाई ने इतना सजीव चित्रण कर दिया है की मेरे कुछ और लिखने का स्कोप नहीं बचा है :) वाकई कलम के और सजीव लेखन की विद्या के धनी है विवेक भाई...
ब्लागर्स मीट के समस्त सदस्यों के चित्र......... भाई अभय कैमरे के पीछे होने के कारण इस फोटो ने नहीं आ पाए:)
अनिल जी, शशि भाई,जीतू भाई विवेक भाई और देव बाबू
जीतू भाई और शशि भाई
शायद इससे बेहतर रविवार की सुबह नहीं हो सकती थी,
वह रविवार की सुबह
वह ब्लागर्स मीट के क्षण
वह लेमन टी की चुस्कियां....
भाषा की चर्चा में
हिंदी की सेवा का प्रण...
धन्यवाद विवेक भाई, शशि सिंह जी, जीतू भाई (जितेन्द्र चौधरी), अनिल रघुराज जी और अभय तिवारी जी, जिनके अनुभवों और ब्लाग जगत के प्रति योगदान को नमन....
-देव
20 टिप्पणियां:
बहुत बढ़िया रहा ये तो ..थोडा और डिटेल भी भेजो
फोटो से सबसे मिलना हो गया
ऐसे मीटिंग होते रहने चाहिए
dev ji apna number ek baar bhej dein...nisplace ho gaya hai...:(
बढिया चित्रमय विवरण
बढिया चित्रमय विवरण
बढिया चित्रमय विवरण
dileep.tiwari8@gmail.com sir ye mera email id hai
अरे बहुत ज्यादा तारीफ़ कर दिये हो हमारी । हम तो फ़ूल के कुप्पा हो गये हैं। मिलन तो सभी के सहयोग से ही हो पाता है।
उम्दा चित्रमय रपट ...आभार
बढ़िया सचित्र रिपोर्ट है।
घुघूती बासूती
वाह जी बहुत बढ़िया . मिलने वालों को मिलने का बहाना चाहिये
लो जी अब
ब्लॉगर मिलन में
मेरी गैर-हाजिरी
लगनी शुरू हो गई
पर हिन्दी विश्वभाषा
बनने के पथ पर
अग्रसर हो गई।
देव बाबा, आप कह रहे हो तो मान लेते हैं ये चाय ही है...वरना सुबह सुबह कहां...हां कहीं गर्मी बहुत ज़्यादा पड़ रही हो तो ठंडी बीयर में भी कोई बुराई नहीं...
जय हिंद...
बहुत बढ़िया ..............लगे रहिये सब के सब ........शुभकामनाएं !
अच्छा रहा सब लोग मिले और खिले।
...बहुत सुन्दर!!!
वाह! ज़बरदस्त मीट..... विवेक भाई.... बहुत स्मार्ट लग रहे हैं.....
रिपोर्ट पढकर बहुत अच्छा लगा !!
वाह!
आनन्ददायक विवरण
खुबसुरत चर्चा .घणी बधाई
बढ़िया सचित्र रिपोर्ट है।
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