क्या बताऊं साहब.... आप लोगों ने बहुत प्रेम से मुझे चाय पर बुलाया, मन बहुत प्रसन्न हुआ और देव बाबा को तो आप प्रेम से बुलाईए... एक प्याली चाय और आपके प्रेम के लिए कहीं भी आएंगे.... वैसे आज चाय भी मिली और वाय भी... लीजिए कुछ फ़ोटुआ अपलोड कर रहा हूं...
आप लोग भी देखिए.....
वैसे इस चाय के पहले के कुछ दृश्य
घुमंतू ..... इधर उधर फ़िरन्तु देव बाबा ....
यह वाशी के पुल पर
यह खारघर हिल्स पर से खिची हुई तस्वीर
पूरी दुनिया मेरी मुठ्ठी में .....
जबरदस्ती का स्टायल मार रहे हैं देव बाबा
रास्ता कुछ ऐसा है साहब.. चक्कर घिन्नी एकदम
मेरा हमसफ़र.... मेरी कार.... मैं जहाँ जहाँ बोलता हूँ वहां वहां मुझे ले जाती है...
बोलिए साहब कैसी रही आज की..... घुमंतू देव बाबा घर आये और बढ़िया सी चाय ने स्वागत किया..... वाह वाह... एकदम आदर्श दिन...
-देव
यह खारघर हिल्स पर से खिची हुई तस्वीर
पूरी दुनिया मेरी मुठ्ठी में .....
जबरदस्ती का स्टायल मार रहे हैं देव बाबा
रास्ता कुछ ऐसा है साहब.. चक्कर घिन्नी एकदम
मेरा हमसफ़र.... मेरी कार.... मैं जहाँ जहाँ बोलता हूँ वहां वहां मुझे ले जाती है...
बोलिए साहब कैसी रही आज की..... घुमंतू देव बाबा घर आये और बढ़िया सी चाय ने स्वागत किया..... वाह वाह... एकदम आदर्श दिन...
-देव
10 टिप्पणियां:
बोलिए श्री श्री श्री १०००८ देव बाबा की जय !!
सच में जय हो देव बाबा की..एक चाय पर पूरी महफिल सजा मारी. गजब आईटम हो भई.
चाय की तलब और हमारी एक अकेली कमज़ोरी चाय.
बहुत खूब, लाजबाब !
जय हो देव बाबा की!
चाय के साथ वाय भी, क्या बात है!
हम तो अभी भी चाय पी रहे है.. बहरहाल वाय का इंतज़ार है..
मियां हम एक कप चाय बनाने ही जा रहे थे कि आपकी ये पोस्ट देखी
हम भी चाय के दीवाने हैं
क्या कीजियेगा, चाय हैं ही ऐसी........
चाय आप पीते रहिए देव बाबा...
हमें वाय पहुंचा दीजिए...
चाय नज़र आयी पर वाय नही ---
हा हा... भाई लोगों मजा आ गया कमेण्ट्स देखकर...
कितने सारे चाय के निमंत्रण मिले और कितनें सारे उत्तर.
वाह वाह...
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